ओउम् ।।
।।वन्दे मातरम् ।। भारत माता की जय ।।
#कटाक्ष# ..... #टकला_क्यों_करवाया.....?
पाश्चात्य संस्कृति की गुलामी से आजाद होने का वक्त आ गया ......
बात बहुत साल पहले की है ,एक आदमी अपने गाँव के सरपंच से मिलने गया। आदमी टकला किये हुए था ,
सरपंच ने पूछा, टकला क्यों करवाया?
आदमी ने कहा अपना युसुफ मर गया है,
सरपंच ने सोचा अपना युसुफ है, दूसरे दिन सरपंच ने भी टकला करा लिया और विधायक से मिलने चला गया ,
विधायक ने सरपंच से पूछा, टकला क्यों करवाया?
सरपंच ने कहा अपना युसुफ मर गया,
विधायक ने सोचा अपना युसुफ है, दूसरे दिन उसने भी टकला करा लिया और संसद मे गया ,सभी सांसदों ने विधायक से पूछा, टकला क्यों करवाया ?
विधायक ने कहा अपना युसुफ मर गया , दूसरे दिन सभी सांसदों ने टकला करवा लिया और प्रधानमंत्री के पास गए
प्रधानमंत्री ने पूछा, टकला क्यों करवाया ?
सभी सांसदों ने कहा अपना युसुफ मर गया।
प्रधानमंत्री ने कहा ये युसुब कौन हैं ?
सांसदों ने विधायक से पूछा,
विधायक ने सरपंच से पूछा,
सरपंच ने गाँव के आदमी से पूछा
और आदमी ने कहा युसुफ मेरा गधा था पर मैने उसे बेटे की तरह पाला था इसलिए टकला करवा दिया ....
जब ये बात सभी को पता चली तो सब सर पीटने लगे की एक गधे के लिए सभी ने टकला करवा दिया....
ये कहानी भी उसी तरह है जिसने अंग्रेजो का नया साल पहले मनाया, उसे देख कर दूसरे भी मनाने लग गए पर अफसोस इस बात का है कि किसी को ये पता ही नहीं कि इस नये साल को मनाते क्यों है ?
बस सब पाश्चात्य कुण्ठित और दम्भित मानसिकता के गुलाम बनते जा रहे हैं , आज जरूरत है भारत माँ को ऐसे वीर सपूतों (जवानों) की जो माँ भारती को फिर से विश्व पटल पर विश्व गुरु के रूप में देदीप्यमान कर सके ........
भारत माता की जय।।
वन्दे मातरम् ।।
।।वन्दे मातरम् ।। भारत माता की जय ।।
#कटाक्ष# ..... #टकला_क्यों_करवाया.....?
पाश्चात्य संस्कृति की गुलामी से आजाद होने का वक्त आ गया ......
बात बहुत साल पहले की है ,एक आदमी अपने गाँव के सरपंच से मिलने गया। आदमी टकला किये हुए था ,
सरपंच ने पूछा, टकला क्यों करवाया?
आदमी ने कहा अपना युसुफ मर गया है,
सरपंच ने सोचा अपना युसुफ है, दूसरे दिन सरपंच ने भी टकला करा लिया और विधायक से मिलने चला गया ,
विधायक ने सरपंच से पूछा, टकला क्यों करवाया?
सरपंच ने कहा अपना युसुफ मर गया,
विधायक ने सोचा अपना युसुफ है, दूसरे दिन उसने भी टकला करा लिया और संसद मे गया ,सभी सांसदों ने विधायक से पूछा, टकला क्यों करवाया ?
विधायक ने कहा अपना युसुफ मर गया , दूसरे दिन सभी सांसदों ने टकला करवा लिया और प्रधानमंत्री के पास गए
प्रधानमंत्री ने पूछा, टकला क्यों करवाया ?
सभी सांसदों ने कहा अपना युसुफ मर गया।
प्रधानमंत्री ने कहा ये युसुब कौन हैं ?
सांसदों ने विधायक से पूछा,
विधायक ने सरपंच से पूछा,
सरपंच ने गाँव के आदमी से पूछा
और आदमी ने कहा युसुफ मेरा गधा था पर मैने उसे बेटे की तरह पाला था इसलिए टकला करवा दिया ....
जब ये बात सभी को पता चली तो सब सर पीटने लगे की एक गधे के लिए सभी ने टकला करवा दिया....
ये कहानी भी उसी तरह है जिसने अंग्रेजो का नया साल पहले मनाया, उसे देख कर दूसरे भी मनाने लग गए पर अफसोस इस बात का है कि किसी को ये पता ही नहीं कि इस नये साल को मनाते क्यों है ?
बस सब पाश्चात्य कुण्ठित और दम्भित मानसिकता के गुलाम बनते जा रहे हैं , आज जरूरत है भारत माँ को ऐसे वीर सपूतों (जवानों) की जो माँ भारती को फिर से विश्व पटल पर विश्व गुरु के रूप में देदीप्यमान कर सके ........
भारत माता की जय।।
वन्दे मातरम् ।।
Vande matram🇮🇳🇮🇳
ReplyDeleteवन्दे मातरम्, देशभक्त 🙏🇮🇳
Deleteवंदे मातरम 🙏🙏
ReplyDeleteवन्दे मातरम् 🙏🇮🇳
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